गुरुनानक अस्पताल ने 99 दिन में 539 महिलाओं के यूट्रस निकाल दिए यानी हर दिन औसत पांच ऑपरेशन

आयुष्मान भारत योजना में पैसों के लिए किस तरह का खेल चल रहा है, इसका चौंकाने वाला मामला उज्जैन के गुरुनानक हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर में सामने आया है। इस अस्पताल ने योजना की राशि के लिए 99 दिन में 539 महिलाओं के यूट्रस (बच्चादानी) निकाल दिए। जबकि पूरे प्रदेश में एक साल में ऐसे 2200 ऑपरेशन हुए। यानी इन 2200 ऑपरेशन के करीब 25% तीन महीने में एक ही अस्पताल ने कर दिए। लेकिन, एक ही अस्पताल को एक जैसे ऑपरेशन के लिए बार-बार राशि जारी होने के गड़बड़झाले को आयुष्मान की मॉनिटरिंग करने वाली नेशनल हेल्थ एजेंसी (एनएचए) ने पकड़ लिया। एनएचए ने मप्र के स्वास्थ्य विभाग को अस्पताल की जांच करने को कहा। विभाग ने स्टेट हेल्थ एजेंसी (एसएचए) को अस्पताल भेजा। पूछताछ हुई तो अस्पताल सिर्फ 17 महिलाओं के सहमति-पत्र, तीन महिला हितग्राहियों और उनके रिश्तेदारों के मोबाइल नंबर उपलब्ध करा सका। इन 17 में भी ज्यादातर फाॅर्म संदेहास्पद मिले।

एनएचए ने पकड़ा आयुष्मान में बड़ा खेल, पैसों के लिए गरीब महिलाओं पर दबाव बनाकर यूट्रस निकाले

अस्पताल माफिया :

 जांच में सिर्फ 17 महिलाओं के सहमति-पत्र और कई झूठे रजिस्ट्रेशन मिले

पैसों का खेल :

अस्पताल ने तीन महीने में कमा लिए 1 करोड़ 18 लाख रुपए

 

तर्क : सिर्फ हमारे यहां सुविधा

आयुष्मान के तहत लेप्रोस्कोपिक हिस्टेरेक्टॉमी की सुविधा सिर्फ हमारे अस्पताल में है। इसलिए इतने ऑपरेशन हुए। -डॉ. उमेश जेठवानी, निदेशक, गुरुनानक अस्पताल (एसएचए के नोटिस का 9 अक्टूबर को दिया जवाब)

लेकिन दुर्भाग्य… एसएचए ने अस्पताल के खिलाफ जांच रिपोर्ट शासन को भेजी है। इसमें माना है कि महिलाओं पर दबाव बनाकर यूट्रस निकाले गए। यह मामला दो महीने से स्वास्थ्य विभाग के पास है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।

सच : तीन अस्पतालों में यह सुविधा

एसएचए ने जांच में पाया कि उज्जैन जिले में अमलतास इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साईंसेस, आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज और श्री अरबिंदो मेडिकल कॉलेज में आयुष्मान के तहत इस ऑपरेशन की सुविधा है। तीनों अस्पतालों में एक साल में ऐसे सिर्फ 190 ऑपरेशन हुए।

प्रदेश के अन्य अस्पतालों में एक साल में हुए ऐसे कुल 2200 ऑपरेशन

फ्रॉड ट्रैकिंग सिस्टम… हर अस्पताल पर केंद्र की नजर

एनएचए ने आयुष्मान योजना की मॉनिटरिंग करने के लिए एक फ्रॉड ट्रैकिंग सिस्टम डेवलप किया है। इससे जुड़े अस्पतालों में योजना के तहत कितने और किस तरह के ऑपरेशन हुए? इन सब विषयों की ट्रैकिंग यह सिस्टम करता है।

दाेषियाें काे बख्शेंगे नहीं

उज्जैन के गुरुनानक अस्पताल में यूट्रस निकालने की अाड़ में जाे गड़बड़ी चल रही थी, वह बेहद गंभीर है। पूरी जांच रिपाेर्ट बुलवाई है। दाेषियाें पर सख्त एक्शन लूंगा।

-तुलसी सिलावट, स्वास्थ्य मंत्री

Leave a Comment